जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
माँ री माँ वो डमरू वाला, तन पे पहने मृग की छाला।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु Shiv chaisa आठों याम
सुबह सुबह ले शिव का नाम: श्री शिव जी का सबसे लोकप्रिय भजन
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद shiv chalisa lyricsl तेहि होई॥
शिव आरती
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया